GSTR 4 FILING STEP WISE GUIDE BY MOHIT SIR

 GSTR 4 एक GST (Goods and Services Tax) रिटर्न है जो कॉम्पोजीशन स्कीम में पंजीकृत करदाताओं को दाखिल करना पड़ता है। यह उन करदाताओं के लिए होता है जो नियमित GST योजना के बजाय कॉम्पोजीशन स्कीम के तहत अपने व्यापार को चला रहे होते हैं।

GSTR 4 की डिटेल्स:

  1. कॉम्पोजीशन स्कीम: यह एक सरल टैक्स योजना है जो छोटे करदाताओं के लिए बनाई गई है। इस योजना में व्यापारियों को GST रिटर्न को सरल तरीके से दाखिल करना पड़ता है और उन्हें कम अनुपालन (compliance) का बोझ होता है।

  2. GSTR 4 दाखिल करना: GSTR 4 को क्वार्टरली आधार पर दाखिल किया जाता है यदि करदाता एक क्वार्टरली रिटर्न फाइलर है, और वार्षिक आधार पर दाखिल किया जाता है यदि करदाता वार्षिक रिटर्न फाइलर है।

GSTR 4 कब और क्यों दाखिल करते हैं?

  • उद्देश्य: यह रिटर्न टैक्स देनदारी, इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC), बिक्री और खरीद की डिटेल्स को दिखाता है।

  • दाखिल करने की आवश्यकता: यदि आप कॉम्पोजीशन स्कीम में पंजीकृत हैं, तो आपको GSTR 4 दाखिल करना अनिवार्य है। यदि आप यह रिटर्न दाखिल नहीं करते हैं, तो आपको जुर्माना या विलंब शुल्क भी देना पड़ सकता है।

GSTR 4 में क्या डिटेल्स होती हैं?

  • विक्रय और खरीद: आपको अपनी बिक्री और खरीद की डिटेल्स देनी होती हैं।

  • भुगतान किया गया टैक्स: जो टैक्स आपने चुकाया है, उसकी डिटेल।

  • इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC): जो इनपुट टैक्स क्रेडिट आपको मिला है, उसकी डिटेल।

GSTR 4 की फाइलिंग का समय:

  • क्वार्टरली फाइलिंग: यदि आप क्वार्टरली फाइलर हैं, तो आपको GSTR 4 को क्वार्टर के अंत के बाद दाखिल करना होता है।

  • वार्षिक फाइलिंग: यदि आप वार्षिक फाइलर हैं, तो आपको वित्तीय वर्ष के अंत के बाद GSTR 4 दाखिल करना होता है।

यह प्रक्रिया टैक्स अनुपालन को सरल बनाती है और छोटे व्यापारियों को अपनी GST फाइलिंग में आसानी प्रदान करती है।

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