GSTR1 FILLING STEP WISE GUIDE BY MOHIT SIR


GSTR-1 (Goods and Services Tax Return 1) एक मासिक या तिमाही रिटर्न फॉर्म है जिसे GST पंजीकृत व्यापारियों को अपनी outward supply (बिक्री) की जानकारी सरकार को देने के लिए फाइल करना होता है। इसमें आपको अपनी बिक्री, निर्यात और अंतरराज्यीय लेन-देन की जानकारी देनी होती है।

GSTR-1 की जानकारी:

  • आउटवर्ड सप्लाई (Outward Supply): आपके द्वारा की गई बिक्री (B2B या B2C)।

  • निर्यात (Export Sales): अगर आपने निर्यात (Exports) किए हैं तो उसकी जानकारी भी GSTR-1 में देनी होती है।

  • डेबिट/क्रेडिट नोट (Debit/Credit Notes): अगर आपने किसी को छूट दी है या माल वापस लिया है तो उसकी जानकारी भी देनी होती है।

  • B2B लेन-देन (B2B Transactions): आपकी जो सप्लाई (बिक्री) B2B (व्यवसाय से व्यवसाय) हुई है, उसकी जानकारी।

  • B2C लेन-देन (B2C Transactions): आपकी जो सप्लाई (बिक्री) B2C (व्यवसाय से उपभोक्ता) हुई है, उसकी जानकारी।

GSTR-1 कब फाइल करना होता है?

  • मासिक फाइलिंग (Monthly Filing): अगर आपका कुल कारोबार 5 करोड़ रुपये या उससे अधिक है, तो आपको हर महीने GSTR-1 फाइल करना होता है।

  • तिमाही फाइलिंग (Quarterly Filing): अगर आपका कुल कारोबार 5 करोड़ रुपये से कम है, तो आपको तिमाही रिटर्न फाइल करना होता है।

फाइलिंग की तिथियां:

  • मासिक (Monthly): GSTR-1 को हर महीने के 11 तारीख तक फाइल करना होता है।

  • तिमाही (Quarterly): GSTR-1 को हर तिमाही के अंत के बाद 13 तारीख तक फाइल करना होता है।

आप अपनी GSTR-1 फाइलिंग ऑनलाइन GST पोर्टल (www.gst.gov.in) के माध्यम से कर सकते हैं। इसमें आपको अपनी बिक्री की पूरी जानकारी देनी होती है, जो आपके GSTN (GST पहचान संख्या) से लिंक होती है।

क्या आपको GSTR-1 फाइलिंग के प्रोसेस के बारे में और जानकारी चाहिए?

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