ALL ABOUT GSTR 1 TO 12
GSTR 1 से लेकर GSTR 12 तक अलग-अलग GST रिटर्न होते हैं, जिन्हें विभिन्न प्रकार के करदाताओं को अलग-अलग समय पर दाखिल करना होता है। आइए हम इन रिटर्न्स को एक-एक करके समझते हैं और ये क्यों फाइल करते हैं: 1. GSTR 1 : कब फाइल करते हैं : यह रिटर्न सभी GST पंजीकृत व्यवसायों को अपनी बिक्री (outward supplies) की डिटेल्स रिपोर्ट करने के लिए हर महीने या तिमाही में फाइल करना होता है। क्यों फाइल करते हैं : GSTR 1 में आपको अपनी सभी आउटवर्ड सप्लाई (विक्री) की डिटेल्स देनी होती हैं, जैसे कि: B2B (Business to Business) और B2C (Business to Consumer) बिक्री निर्यात (Export) और संशोधित (Credit/Debit Notes) यह रिटर्न GSTR 3B के लिए आधार होता है, क्योंकि GSTR 1 में दी गई जानकारी को GSTR 3B में टैली किया जाता है। 2. GSTR 2A : कब फाइल करते हैं : यह एक ऑटो-जनरेटेड रिटर्न होता है, जो GSTR 1 से जुड़े लेन-देन की जानकारी को अपने आप डाउनलोड करता है। क्यों फाइल करते हैं : इसका उद्देश्य यह होता है कि करदाता अपनी खरीद (inward supplies) और इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) को सही से रिपोर्ट कर सक...